कार्बनिक तथा अकार्बनिक यौगिकों में अंतर | Carbonic aur Acarbonic Padarth Mein antar

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कार्बनिक तथा अकार्बनिक यौगिकों में अंतर | Carbonic aur Acarbonic Padarth Mein antar

कार्बनिक तथा अकार्बनिक यौगिकों में अंतर | Carbonic aur Acarbonic Padarth Mein antar


मित्रों स्वागत है आपका Nitya study point.com के एक और ने आर्टिकल में इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि कार्बनिक पदार्थ किसे कहते हैं अकार्बनिक पदार्थ किसे कहते हैं इन दोनों के बीच में क्या अंतर होते हैं इन की परिभाषा प्रकार तथा उनसे संबंधित सभी प्रकार के आपके प्रश्न इसी पोस्ट में हल करने वाले हैं तो आपको इस पोस्ट को पूरा पढ़ना है और अंत तक पढ़ना है।

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क्र.सं.

  कार्बनिक यौगिक

अकार्बनिक यौगिक

1.

इन यौगिकों में कार्बन तत्व एक आवश्यक अवयव हैं।

कुछ यौगिकों जैसे कार्बोनेट्स, बाईकार्बोनेट्स इत्यादि के अतिरिक्त इन यौगिकों में कार्बन नहीं होता।

2.

कार्बनिक यौगिकों की संख्या लगभग 11 लाख है। इसका कारण कार्बन परमाणु की परमाणु श्रंखला बनाने की विशिष्ट क्षमता है।

अन्य तत्वों के कुल यौगिकों की संख्या 75 हजार के लगभग है।

3.

ये सह-संयोजक बंध द्वारा बनते हैं,अतः ये आयनीकृत नहीं होते।

ये प्रायः विद्युत संयोजक बंद द्वारा बनते हैं, अतः आयनीकृत हो जाते हैं।

4.

ये विद्युत के कुचालक होते हैं।

ये विद्युत के सुचालक होते हैं।

5.

ये प्रायः जल में अविलेय होते हैं परंतु कार्बनिक विलायकों जैसे-एल्कोहल, बेंजीन, एसीटोन इत्यादि में विलेय होते हैं।

ये प्रायः जल में विलेय होते हैं तथा प्रायः कार्बनिक विलायकों में अविलेय होते हैं।

6.

इनकी आणविक रचना जटिल होती है तथा इनके अणु भार ऊंचे होते हैं।

इनकी आणविक रचना सरल होती है तथा इनके अणुभार कम होते हैं।

7.

इनके क्वथनांक एवं गलनांक नीचे होते हैं।

इनके क्वथनांक एवं गलनांक ऊंचे होते हैं।

8.

इनकी रासायनिक अभिक्रियाएं आणविक होने के कारण धीमी गति से होती हैं।

इनकी रासायनिक अभिक्रियाएं आयनिक होने के कारण तीव्र गति से होती हैं।

9.

कार्बनिक यौगिक समावयवता का अणु प्रदर्शित करते हैं अर्थात् एक ही अणु सूत्र एक से अधिक यौगिकों को प्रदर्शित करता है, जैसे C2H6O एथिल अल्कोहल तथा डाई मेथिल ईथर दोनों को प्रदर्शित करता है।

इनमें समावयवता का गुण नहीं होता। अतः एक सूत्र एक ही यौगिक को प्रदर्शित करता है।

10.

ये प्राणियों, वनस्पतियों अर्थात् जब जगत से प्राप्त होते हैं।

इनका स्रोत खानें (mines) अर्थात् प्रकृति तथा प्रयोगशाला है।




लैंगिक तथा अलैंगिक जनन में अंतर

कार्बनिक और अकार्बनिक पदार्थों के बीच अंतर


कार्बनिक यौगिकों के पिघल और उबलने बिंदु सामान्य गलना और अकार्बनिक यौगिकों के उबलते बिंदु से कम है, हालांकि बहुत अधिक पिघलने और उबलने बिंदुओं के साथ कहीं कार्बनिक योगिक हैं।


कार्बनिक यौगिकों की तुलना में पानी में अकार्बनिक पदार्थ अधिक घुलनशील है।


ऑर्गेनिक पदार्थ आमतौर पर अकार्बनिक पदार्थों से ज्यादा ज्वलनशील होते हैं, जैसे कि पेट्रोलियम केरोसिन प्राकृतिक गैस आदि जैसे कुछ कार्बनिक पदार्थों के साथ स्पष्ट होगा।


कार्बनिक यौगिकों की तुलना में अकार्बनिक पदार्थ आमतौर पर गर्मी और बिजली के बेहतर कंडक्टर हैं।


कार्बनिक पदार्थों की प्रतिक्रिया की दर कार्बनिक यौगिकों की तुलना में तेज है।


कार्बनिक पदार्थ अन्य पदार्थों के साथ रासायनिक रूप से प्रतिक्रिया करते समय अधिक जटिल पदार्थों का उत्पादन करते हैं।


अकार्बनिक पदार्थ आसानी से नमक बनाते हैं क्योंकि जैविक पदार्थों की वजह से मुश्किल होते हैं कार्बन परमाणुओं की उपस्थिति।


सभी कार्बनिक यौगिकों में कार्बन परमाणु होते हैं जबकि अकार्बनिक पदार्थ में धातुओं और अन्य विभिन्न पदार्थ होते हैं।


सभी कार्बनिक यौगिकों को सी=एच लिंक की उपस्थिति की विशेषता होती है जो कि अकार्बनिक  पदार्थों में उपस्थित है।



अम्ल और क्षार में अंतर

कार्बनिक पदार्थ जैविक प्रकृति है जहां के रूप में अकार्बनिक पदार्थ खनिज होते हैं।


कई कार्बनिक पदार्थ और ऊर्जा के स्रोत होते हैं जैसे पेट्रोलियम डीजल मिथेन एथेन वही दूसरी ओर अकार्बनिक पदार्थ उत्प्रेरक के रूप में कार्य करते हैं।


ऑर्गेनिक पदार्थों में बहुत अधिक लंबी कार्बन श्रृंखला की मौजूदगी होती है जो कि कार्बनिक पदार्थों में नहीं होती है।


कार्बनिक पदार्थ किसे कहते हैं?

कार्बनिक पदार्थ उन पदार्थों को कहते हैं जो कार्बन के रासायनिक यौगिकों को कार्बनिक योगिक कहते हैं। प्रकृति में इनकी संख्या 1000000 से भी अधिक है जीवन पद्धति में कार्बनिक यौगिकों की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है इसमें हाइड्रोजन भी रहता है ऐतिहासिक तथा परंपरागत कारणों से कार्बन के कुछ यौगिकों को कार्बनिक यौगिकों की श्रेणी में नहीं रखा जाता है।


अकार्बनिक पदार्थ किसे कहते हैं?

प्रांगार को छोड़कर शेष सभी तत्व और उनके यौगिकों को मीमांसा करना अकार्बनिक रसायन का क्षेत्र है बेलोन सिलिकॉन जर्मी नियम आदि तत्व भी लगभग उसी प्रकार के विविध यौगिक बनाते हैं जैसे कार्बन कार्बन ही है जो पृथ्वी पर पाए जाने वाले सामान्य ताप (० डिग्री से ४० डिग्री) पर अनेक स्थाई समावयवी योगिक दे सकता है ।


यह Blog एक सामान्य जानकारी के लिए है इसका उद्देश्य सामान्य जानकारी प्राप्त कराना है। इसका किसी भी वेबसाइट या Blog से कोई संबंध नहीं है यदि संबंध पाया गया तो यह एक संयोग समझा जाएगा ।


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