कहानी और उपन्यास में अंतर || kahani aur upanyas mein antar

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कहानी और उपन्यास में अंतर || kahani aur upanyas mein antar

कहानी और उपन्यास में अंतर || kahani aur upanyas mein antar


kahani aur upanyas mein antar



नमस्कार दोस्तों आज की इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि उपन्यास किसे कहते हैं, कहानी किसे कहते हैं,और कहानी तथा उपन्यास में क्या-2 अंतर होते है। आपसे अनुरोध है कि इस पोस्ट को अंत तक अवश्य पढ़े ताकि आपको यह विषय पूरी तरीके से समझ में आ जाए और आप परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त कर सकें।


उपन्यास क्या है?


उपन्यास शब्द 'उप' उपसर्ग और 'न्यास' पद के योग से बना है। जिसका अर्थ है उप = समीप, न्याय रखना स्थापित रखना (निकट रखी हुई वस्तु)। अर्थात् वह वस्तु या कृति जिसको पढ़ कर पाठक को ऐसा लगे कि यह उसी की है, उसी के जीवन की कथा, उसी की भाषा में कही गई है। उपन्यास मानव जीवन की काल्पनिक कथा है।


कहानी क्या है?


कहानी गद्य साहित्य की वह सबसे अधिक रोचक एवं लोकप्रिय विधा है, जो जीवन के किसी विशेष पक्ष का मार्मिक, भावनात्मक और कलात्मक वर्णन करती है। ‌"हिंदी गद्य की वह विधा है जिसमें लेखक किसी घटना, पात्र अथवा समस्या का क्रमबद्ध ब्यौरा देता है, जिसे पढ़कर एक समन्वित प्रभाव उत्पन्न होता है, उसे कहानी कहते हैं।


कहानी और उपन्यास में अंतर



    कहानी

    उपन्यास

1. कहानी को पढ़ने में कम समय लगता है।

1. उपन्यास को पढ़ने में ज्यादा समय लगता है।

2. कहानी का क्षेत्र सीमित होता है।

2. उपन्यास का क्षेत्र व्यापक होता है।

3. कहानी में पात्रों की संख्या कम होती है।

3. उपन्यास में पात्रों की संख्या अधिक होती है।

4. कहानी में जीवन के एक खंड या घटना का चित्रण होता है।

4. उपन्यास में संपूर्ण जीवन का चित्रण होता है।

5. कहानी में एक कथा होती है।

5. उपन्यास में एक मुख्य कथा के साथ अन्य प्रसांगिक कथाएं होती हैं।



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