वन संरक्षण पर निबंध || Van Sanrakshan per Nibandh in Hindi
वन ना केवल मानव सभ्यता के रक्षक हैं अपितु यह वन्य प्राणियों व पर्यावरण के भी संरक्षक हैं। वनों में विभिन्न प्रकार के जीव जंतु आश्रय पाते हैं। जो जैविक चक्र को पूर्ण करते हैं। वन हमें वर्षा देते हैं। जल के वेग को रोक कर बाढ़ पर नियंत्रण रखते हैं। पानी को सोख कर भूमि को उपजाऊ रखते हैं। वन्य भूमि को मरुस्थल बनने से रोकते हैं। वनों से विभिन्न प्रकार के उत्पाद मिलते हैं। औषधि क्षेत्र तो पूर्णतया वनों पर ही निर्भर है। वन आदिवासी जातियों के घर हैं, इनकी रक्षा हेतु भी वन संरक्षण आवश्यक है। वनों के निरंतर कटाव से एक तरफ जहां बाढ़ का खतरा मंडराता रहता है। वहीं दूसरी ओर वन्यजीवों का संरक्षण समाप्त होता जा रहा है। यह वन से निकलकर आबादी की ओर आ रहे हैं और शिकार की भेंट चढ़ रहे हैं। इन सारी समस्याओं से निजात पाने का एक ही उपाय है — "वन - संरक्षण" ।
"पेड़ लगाओ - वातावरण को स्वच्छ बनाओ"
इस विनाश लीला को वन संपदा की रक्षा करके रोका जा सकता है। वन प्राकृतिक संतुलन को बनाए रखते हैं। वनों से ही उचित समय पर पर्याप्त वर्षा होती है। जिससे खेतों की सिंचाई और पेयजल समस्या से निजात मिलती है। धरती पर बदलते पर्यावरण से सभी चिंतित हैं। कोपेनहेगन में विश्व सम्मेलन आयोजित कर सभी देशों के प्रबुद्ध लोगों ने वन संपदा की रक्षा करने पर बल दिया। सरकारें वन्यजीवों की रक्षा के लिए अभ्यारण बना रही है, कुछ जीव जंतुओं के शिकार पर प्रतिबंध हेतु कानून बनाए गए हैं। वन संरक्षण से ही ग्लोबल वार्मिंग की समस्या से भी छुटकारा मिलेगा। वन संरक्षण केवल कुछ वृक्ष लगा देने, भाषण देने या वृक्षारोपण सप्ताह मनाने से नहीं होगा, इसके लिए योजनाबद्ध तरीके से कार्य करना होगा। हमें अपने आने वाले कल, आने वाली पीढ़ी और भावी देश, समाज की रक्षा हेतु वचनबद्ध होना पड़ेगा क्योंकि वनों की रक्षा से ही हम हैं हम से ही सब हैं। अतः रक्षा हमारा परम कर्तव्य है।
वन संपदा का संरक्षण संपूर्ण निबंध -
प्रस्तावना (Introduction) -
वनों को हम पृथ्वी का एक महत्वपूर्ण अंग समझ सकते हैं। जिसके अंतर्गत बहुत बड़ी संख्या में वृक्ष और पौधे आते हैं। इनमें कई तरह की प्रजातियां शामिल हैं।
वन प्रकृति को खूबसूरत बनाते हैं। वनों के अंदर कई सारे जानवरों की अलग-अलग प्रकार की प्रजातियां पाई जाती हैं। विश्व में कई सारे ऐसे जंगल है, जहां पर अलग-अलग प्रकार की प्रजातियां पाई जाती हैं और यहां पर जाना आम आदमी के लिए संभव ही नहीं क्योंकि ऐसे जंगल बहुत ही अधिक खतरनाक होते हैं, और इन जंगलों में जाना खतरनाक हो सकता है।
हमारे जीवन में वनों का महत्व (Importance of Forest in our life) -
हमारे जीवन में जंगलों अथवा वनों के बहुत अधिक महत्व है। वनों से हमें ऑक्सीजन प्राप्त होती है। यह ऑक्सीजन हमारे जीवन के लिए महत्वपूर्ण है और बिना ऑक्सीजन के हम जीवित नहीं जी सकते अथवा जीवित नहीं रह सकते 1 शब्द एक फ्रांसीसी शब्द है जिसका मतलब होता है एक ऐसी जगह जहां पर बड़े छोटे पौधों का एक समूह विशाल रूप में पाया जाता है और यहां पर केवल पेड़ पौधों का प्रभुत्व होता है यह एक ऐसा शब्द है जिसमें जंगली भूमि को बताया गया है।
वन संरक्षण से लाभ (Benefits of Forest Conservation) -
वनों की सुरक्षा से हमें निम्नलिखित फायदे हैं -
1. वन से मौसम का संतुलन बना रहता है और वर्षा होती है।
2. वन का मिट्टी के संरक्षण में भी बहुत बड़ा योगदान है। यदि पहाड़ी क्षेत्रों से वन का नाश कर दिया जाए तो वहां की मिट्टी कटकर बर्बाद हो जाएगी।
3. वन के कारण वायु की शुद्धता बढ़ती है और वे वन में रहने वाले जीव जंतुओं को संरक्षण मिलता है।
4. वन का अपना विशेष आर्थिक महत्व है क्योंकि वनों से ही हमें लकड़ी, मवेशियों के चारे तथा बहुत प्रकार से फल एवं दवाएं मिलती हैं।
4. वन जमीन को रेगिस्तान होने से बचाता है।
वनों के विभिन्न प्रकार (Different type of Forest) -
पृथ्वी पर अलग-अलग प्रकार के वन पाए जाते हैं जहां की भूमि जिस प्रकार की होती है और वहां की जलवायु जिस प्रकार की होती है वहां के वन भी उसी जलवायु पर आधारित होते हैं। मिट्टी की आवश्यकतानुसार ही वहां के पेड़ पौधे होते हैं जिस मिट्टी के द्वारा जिस प्रकार के पौधे को पोषण मिल सकता है वहां पर उसी प्रकार के पेड़ पौधे पाए जाते हैं। वनों के निम्नलिखित प्रकार हैं -
1. उष्णकटिबंधीय वर्षा वन (Tropical Rainforest)
2. पर्णपाती वन (Deciduous Forest)
3. बागान वन (Plantation Forest)
4. भूमध्य वन (Mediterranean Forest)
5. सदाबहार वन (Mangrove Forest)
6. शंकुधारी वन (Coniferous Forest)
1. उष्णकटिबंधीय वर्षा वन (Tropical Rainforest) -
उष्णकटिबंधीय वर्षा वन बहुत घने वन होते हैं यह जंगल होते हैं जो पूरे साल ही हरे भरे होते हैं क्योंकि यहां पर वर्षा पूरे वर्ष भर होती रहती है इसलिए यहां पर जंगल कभी सूखते नहीं है और सदा ही हरे भरे रहते हैं। हमारे पृथ्वी के पारिस्थितिकी तंत्र के लिए उष्णकटिबंधीय वर्षा वन बहुत ही उपयोगिता रखते हैं।
उष्णकटिबंधीय वर्षा वन में पूरे वर्ष बारिश होती रहती है फिर भी यहां का तापमान कम नहीं होता। यहां का तापमान अधिक ही रहता क्योंकि ऐसे वन भूमध्य रेखा के पास होते हैं।
2. पर्णपाती वन (Deciduous Forest) -
पर्णपाती वन वर्षा ऋतु में केवल हरे-भरे रहते हैं और ग्रीष्म ऋतु आते ही जंगल में पेड़ पौधे अपनी पत्तियां छोड़ देते हैं। पेड़ ऐसे प्रतीत होते हैं जैसे कि पेड़ सूख गए हो। पर्णपाती वन उत्तरी अमेरिका, यूरोप, न्यूजीलैंड, एशिया, ऑस्ट्रेलिया और लगभग पूरे विश्व में ही पाए जाते हैं।
3. बागान वन (Plantation Forest) -
ऐसे वन मुख्य रूप से खेत होते हैं जहां पर बागान लगाए जाते हैं। जैसे कि गन्ने के खेत, कॉफी के खेत, चाय के खेत, कपास की खेती जैसे खेतों को बागान वन कहा जाता है। बागान वन से लगभग 40% औद्योगिक लकड़ी का उत्पादन किया जाता है।
बागान वनों से औद्योगिक लकड़ियां प्राप्त हो जाती हैं। इन वनों से फाइबर का उत्पादन होता है और प्रतिदिन रूप से रेशा बनाया जाता है। यहां से प्राप्त होने वाली लकड़ी टिकाऊ होती है।
4. भूमध्य वन (Mediterranean Forest) -
भूमध्य वन भूमध्यसागरीय क्षेत्रों में पाए जाते हैं। ऐसे वन कैलिफोर्निया और इसके अतिरिक्त पश्चिमी आस्ट्रेलिया और समुद्र के तट के आसपास पाए जाते हैं। यहां से हमें कठोर लकड़ी प्राप्त होती है। ऐसे वनों को भूमध्य वन कहा जाता है।
5. सदाबहार वन (Mangrove Forest) -
सदाबहार वन हमारे पृथ्वी पर पाए जाने वाले जंगलों का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यहां पर पाए जाने वाले वनों की एक अपनी अलग उपयोगिता है।
सदाबहार वन में चीर हरित जैसे पौधों को शामिल किया गया है। इन वनों में साल के पूरे महीने पत्ते रहते हैं। सदाबहार वन में पेड़ अपने पत्ते नहीं त्यागा करते। सदाबहार वन पूरे वर्ष हरे-भरे रहते हैं लेकिन ऐसा देखा जाता है कि शरद ऋतु में सदाबहार वन अपनी पत्तियां खो देते हैं और नई पत्तियां धारण करते हैं।
सदाबहार वनों में भी पेड़ पौधे अपने पत्ते त्यागतें हैं लेकिन ऐसा नहीं होता है कि पेड़ अपनी पूरी पत्तियां एक साथ त्याग दें। पेड़ अपनी पत्तियों का त्याग करते हैं लेकिन वह सदा ही हरे-भरे रहते हैं। एक साथ पूरी पत्तियों का त्याग नहीं करते।
6. शंकुधारी वन (Coniferous Forest) -
शंकुधारी वन ध्रुवी प्रदेशों में पाए जाते हैं। जहां पर बर्फ गिरती है यहां का वातावरण बहुत ठंडा रहता है। यहां पर शंकुधारी वृक्ष पाए जाते हैं। इस प्रकार के वन ध्रुव के आसपास और उत्तरी गोलार्ध में पाए जाते हैं। शंकुधारी वृक्ष हमेशा सदाबहार रहते हैं और हरे भरे रहते हैं। यहां पर सूखे जैसी स्थिति का अनुभव नहीं किया जाता है।
वनों की कटाई की समस्या (Problem of Deforestation) -
वनों की कटाई एक प्रमुख समस्या है। यह समस्या पूरे विश्व में है जिस प्रकार वनों की अंधाधुंध कटाई हो रही है। इस प्रकार एक दिन तो पूरे वन समाप्त हो जाएंगे। इसलिए हमें यह आवश्यकता है कि हम वनों को संरक्षित करें।
वनों को संरक्षित करने के लिए लोगों का जागरूक होना बहुत आवश्यक है और यदि प्रत्येक व्यक्ति वनों की कटाई पर रोक लगाए और इसे संरक्षित करे, और अधिक से अधिक पौधों का रोपण करें तो हम वनों की कटाई को रोक सकते हैं और इसे बचा सकते हैं।
जंगल की कटाई में एक बड़ा हिस्सा इमारती लकड़ियों के उद्देश्य से पेड़ों को काटा जाता है और जिन पेड़ पौधों को काटा जाता है उनके स्थान पर कोई नए पौधे नहीं लगाए जाते हैं जिससे वनों की कटाई का आंकड़ा बढ़ता जाता है।
भारत में वनों की स्थिति (State of Forest in India) -
अन्य देशों की तुलना में यदि हम भारत देश में जंगलों की बात करें तो यहां पर जंगलों की स्थिति काफी अच्छी है और हमारे देश में पाए जाने वाले वनों का क्षेत्रफल और वन काफी समृद्ध है और विश्व में सबसे उच्च स्थान पर है। भारत में लगभग 67% वन पाए जाते हैं। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र और अरुणाचल प्रदेश तथा उड़ीसा ऐसे प्रदेश है जहां पर भारत में पाए जाने वाले वनों का क्षेत्रफल सबसे अधिक है यहां पर बड़ी संख्या में वन पाए जाते हैं।
वन संरक्षण की आवश्यकता (Need for Forest Protection) -
वन संरक्षण बहुत ही आवश्यक है जिस प्रकार वनों की कटाई दिन बा दिन बढ़ती जा रही है उसे रोकना बहुत ही आवश्यक है। वन संरक्षण बहुत आवश्यक है। वनों का संरक्षण करना प्रत्येक व्यक्ति का दायित्व है।
जंगलों को संरक्षित करने के लिए सरकार के द्वारा बहुत सारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। हमारे वेद तथा शास्त्रों में भी वनों का बहुत अधिक महत्व बताया गया है।
वनों को कैसे बचाया जाए (How to save Forest) -
वनों को बचाने के लिए हमें कई तरह के कदम उठाना चाहिए। वनों की कटाई करने से रोकना और ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधों को लगाना चाहिए। हम जिस वातावरण में रहते हैं वह शांत और शुद्ध होता है।
1. हम जितना हो सके उतना पैदल चले इससे आपकी सेहत और पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।
2. सभी लोगों को वृक्षारोपण और संरक्षण करना चाहिए।
3. सीमित मात्रा में पानी का उपयोग करें और अनावश्यक पानी की बर्बादी ना करें और जल संरक्षण करना चाहिए।
4. प्लास्टिक का उपयोग नहीं करना चाहिए।
5. जैविक खाद का इस्तेमाल करना चाहिए।
6. वनों में रहने वाले जीव जंतुओं का शिकार ना हो, इस पर प्रतिबंध लगाना चाहिए।
7. हमें वनों को बचाने के लिए बनाए गए नियमों का पालन करना चाहिए।
वन संरक्षण पर अनुच्छेद (Article on Forest Conservation) -
वन की जीवों के रहने की जगह है। वह हमारे लिए प्रकृति का एक अनूठा आशीर्वाद है। वह हमें कई आवश्यक सेवाएं प्रदान करते हैं। जिनमें वायु, लकड़ी, आश्रय, छाया और तमाम वस्तुएं शामिल है। वह जलचक्र के तंत्र को विनियमित करके जलवायु परिवर्तन में एक सक्रिय भूमिका निभाते हैं। चूंकि वन कई जीवित जीवो को एक घर या आश्रय प्रदान करते है इसलिए जब वन को काट दिया जाता है, या उस स्थान को साफ करके कृषि भूमि के लिए मंजूरी दे दी जाती है, तो यह जीव अपने निवास स्थान के नुकसान से काफी पीड़ित होते हैं, जिनकी वजह से आगे चलकर इस प्रक्रिया में जैव विविधता की हानि होती है।
वन विभिन्न प्रकार के जीव जंतुओं का समावेश होता है। जिसमें पक्षी, कीट और स्तनधारी सभी शामिल है। वह महत्वपूर्ण है क्योंकि वह परागण और फैलाव तंत्र के लिए जिम्मेदार होते हैं। इस प्रकार से वन इन सभी वनवासियों के समूह का घर है इसलिए वनों को नहीं काटना चाहिए।
वन संरक्षण पर 10 लाइन (10 line on Forest Conservation) -
1. वन वह महत्वपूर्ण इकाई है जो प्रकृति द्वारा हमें प्रदान की गई है।
2. इतनी कीमती चीज पाने के बाद हमें धन्य महसूस करना चाहिए।
3. वे लगातार हमें भोजन लकड़ी सांस लेने के लिए हवा और अन्य जरूरी चीजें प्रदान करते रहते हैं।
4. वे तमाम तरह के जीवो के लिए एक घर की तरह हैं।
5. वन के बिना हम अपने जीवन और अन्य क्रियाकलापों की कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।
6. लेकिन वनों की कटाई और चटाई के प्रति बढ़ता कदम एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है।
7. हमारा मुख्य ध्यान वन इकाई के संरक्षण की आवश्यकता पर होना चाहिए।
8. ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने पर जोर दिया जाना चाहिए।
9. सरकारों को एक महत्वपूर्ण कदम उठाना चाहिए इस विषय में।
10. वन प्रकृति के लिए एक वायुमंडलीय शोधक के रूप में कार्य करता है।
वन संरक्षण पर नारे (Slogans on Deforestation in Hindi) -
वन पक्षी का गहना है, यह हम सबका कहना है।...
वनों को ना काटे इन्हें बचाएं, अपने जीवन को स्वस्थ बनाएं।...
वनोन्मूलन अहितकारी है, वनों को बचाओ अगर जान प्यारी है।..
वनों की जब रखवारी होगी तो पृथ्वी पर हरियाली होगी।
वनों का सम्मान करेंगे देश को ऊर्जावान करेंगे।
"पेड़ पौधों की करे रखवाली तभी आएगी सुंदर हरियाली"
वन है प्रकृति का वरदान वनोन्मूलन रोके इंसान।
जंगल की ना करो कटाई, जंगल ही जीवन है भाई।
वनों को उजड़ने से बचाए अपना कल बचाएं।
"कहते हैं सब वेद पुराण एक पेड़ 10 पुत्र समान"
"पेड़ पौधों कर रहे पुकार देते हम बरसा की बौछार।"
FAQ'S (Frequently Asked Questions)
1. वन संरक्षण का क्या महत्व है?
उत्तर - जंगल, प्रकृति द्वारा इंसानों को दिया गया सबसे बेहतर तोहफा है। यह कई जीवित प्राणियों के लिए रहने की जगह देता है। इसके अलावा हम वनों से तमाम तरह के फायदे लेते रहते हैं। वनों में विभिन्न प्रकार के पेड़, पौधे, जड़ी बूटियां, झाड़ियां आदि होते हैं।
2. वन का संरक्षण संक्षेप में क्या है?
उत्तर - वन का संरक्षण भविष्य की पीढ़ियों के लिए स्थिरता के लिए अधिक पेड़ लगाने और वन क्षेत्रों को बनाए रखने की प्रथा है। वन एक महत्वपूर्ण प्राकृतिक संसाधन है और मनुष्य के लिए कई तरह से फायदेमंद है।
3. वन संरक्षण के उपाय क्या है स्पष्ट कीजिए?
उत्तर - वन संरक्षण के निम्न उपाय है जैसे कि वन संरक्षण के लिए सरकार को एक सख्त कानून बनाना चाहिए जिससे पेड़ों की कटाई कम हो सके। अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। पेड़ों को काटने पर रोक लगाना चाहिए। वनों को आग से बचाना चाहिए और वनों को अधिक चढ़ाई से बचाना चाहिए।
4. वन संरक्षण कक्षा 8 क्या है?
उत्तर - संरक्षण का तात्पर्य पौधों और जानवरों की प्रजातियों को विलुप्त होने से बचाने के लिए उनके संरक्षण और प्रबंधन से है। बायोस्फीयर रिजर्व, वन्य जीवन अभयारण्य और राष्ट्रीय उद्यानों, प्राणी उद्यानों और वनस्पति उद्यानों को बनाए रखकर वनों का संरक्षण किया जा सकता है।
5. वन संरक्षण क्या है?
उत्तर - वन संरक्षण का अर्थ है - वनों का विवेकपूर्ण और उपयोग और वन क्षेत्र में वृद्धि करना। प्राचीन काल में भारत में वनों का विस्तार पर्याप्त क्षेत्रफल में था। परंतु जनसंख्या के बढ़ने दबाव के फलस्वरूप आवास, कृषि, सड़के, रेलमार्ग और उद्योगों की स्थापना के लिए वनों का निर्माता से विनाश किया गया।
6. "वनों के महत्व" क्या है?
उत्तर - वनों के महत्व का आशय है कि पेड़ पौधे हमारे लिए किस प्रकार से उपयोगी है वह हमें फल फूल सब्जी और बीमारी में काम आने वाली दवाइयों की व्यवस्था करते हैं और तब भी हम उनको काटते जा रहे हैं।
7. वनों को क्यों लगाना चाहिए?
उत्तर - जिस प्रकार से वनों की कटाई की जा रही है उससे कुछ ही वर्षों में वन पूरी तरह से समाप्त हो जाएंगे और ऑक्सीजन जिसे हम प्राणवायु भी बोलते हैं उसमें काफी कमी होगी और खाने-पीने की वस्तुओं की कमी पड़ सकती है इसलिए हमें वन लगाना चाहिए।
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