Essay on Diwali in Sanskrit (Long & Short) || दिवाली पर 10 लाइन संस्कृत में

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Essay on Diwali in Sanskrit (Long & Short) || दिवाली पर 10 लाइन संस्कृत में

Essay on Diwali in Sanskrit (Long & Short) || दिवाली पर 10 लाइन संस्कृत में

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संस्कृत में दीपावली पर 10 वाक्य -

1.दीपावलि: प्रतिवर्षे कार्तिकमासस्या अमावस्यायो तिथौ मान्यते।

2. दीपावलि: भारतवर्षस्य एक: महान् उत्सव: अस्ति।

3. दीपावलि: इत्युक्ते दीपानाम् आवलिः।

4.कार्तिकमासस्य कृष्णपक्षस्य त्रयोदशीतरू आरभ्य कार्तिकशुद्रद्वितीयापर्यंतं 5 दिनानि यावत् आचर्यते एतत् पर्व।

5. दीपावलि दीपानां उत्सवः अस्ति।

6. रात्रौ जनाः लक्ष्मी पूज्यन्ति मिष्टान्नानि च भक्षयन्ति।

7. प्रतिगृहं पुरतरु आकाशदीपरू प्रज्वाल्यते।

8. बालका: बालिका: च क्रीडनकानां मिष्टान्नानां स्फोटकपदार्थानां च क्रयणं कुर्वन्ति।

9.भारतीया: इमम् उत्सवम् प्रतिवर्ष सोल्लासं समायोजयन्ति।

10.जना: स्वगृहाणि स्वच्छानि कुर्वन्ति।


दीपावली पर संस्कृत में निबंध -


सर्वे मानवाः उत्सवप्रियाः सन्ति । भारतीयमहोत्सवेषु दीपावली उत्सवस्य स्थानं महत्वपूर्णमस्ति । यदा दीपानाम् आवल्यः प्रज्वाल्यन्ते तत् दीपावली उच्यते । अयमुत्सवः प्रतिवर्षं कार्तिक मासस्य कृष्णपक्षस्यामावस्यां महता उत्साहेन जनैः समायोज्यते । अमावस्यातः पूर्वमेव जनाः स्वेषां गृहाणां स्वच्छतां कुर्वन्ति, भवनानि सुघया लिम्पन्ति द्वाराणि रञ्जयन्ति, नवनमूर्ति-चित्रैश्च गृहाणि अलंकुर्वन्ति । दीपावली - दिवसे कान्दविकानामापणेषु विविधरागरञ्जितानि, बहुविधमिष्टान्नानि आकाशं स्पृशन्ति इव दृश्यन्ते सर्वत्र चित्राणां पंक्तयः आपणानां शोभा वर्धयन्ति । रात्रौ अमावस्याः अंधकारे गृहाणामुपरि प्रज्वलिताः लघुदीपकपंक्तयः प्रकाशन्ते । जनाः नूतनवस्त्राणि धारयन्ति । रात्रौ लक्ष्मीपूजनं कुर्वन्ति पूजान्ते स्वामित्रेभ्यो बांधवेभ्यश्च मिष्टानं वितरन्ति एवं परस्पर-स्नेहभाव वर्धयते । बालकाः युवकाश्च आग्नेय क्रीडनकैः क्रीडन्ति । अस्मिन् दिने व्यवसायिनो नव्यासु पञ्जिकासु आयव्ययं लिखन्ति । इदं कथ्यते यत् प्रभुरामचन्द्रः रावणं हत्वा स्वानुजेन लक्ष्मेण भार्यया सीतया च सह कार्तिकमावस्यामेव अयोध्यामागतः आसीत् । तदा अयोध्यावासिनः तेषां स्वागतार्थ दीपमालाः प्रज्वाल्यन्। तदाप्रभृति अद्यावधि सर्वे भारतीयाः इमं उत्सवमतीवोल्लासेन मानयन्ति । किन्तु अत्र एकः महान् दोषः अस्ति यत् दीपावल्याः पावनावसरे अपि केचन जनाः द्यूतक्रीडां कुर्वन्ति अतः अस्य उत्सवस्य पावनत्वं नश्यन्ति ते । 


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द्यूतक्रीडाव्यसनं दूरतः परित्याज्यं यतः अनेन व्यसनेन धनं विनाश्यते, अयमुत्सवः दूषयते च । अस्मिन् पुण्यपर्वणि द्यूतक्रीडा पूर्णतः त्याज्या एव तथा अस्माभिः प्रसन्नतया प्रतिवर्षमयमुत्सवः सोल्लासं, सानन्दं च मानयितव्यः । अयं दिवज्ञः महर्षि दयानन्दस्य निर्वाण दिवसः अस्ति स महान आत्मा विश्वेभ्यः जनेभ्यः प्रकाश कृत्वा स्व प्राणान् अत्यजत्।


Essay on Diwali in Sanskrit -


कविकुलगुरुणा कालिदासेन अभिज्ञानशाकुन्तले लिखितम् यत् 'उत्सवप्रियाः खलु मनुष्याः' मानवाः नाम सामाजिक प्राणिनः अतः ते उत्सवप्रियाः । मम प्रियः उत्सवः दीपावली दीपोत्सवः वा वर्तते मह्यम् एतत् पर्व अतीव रोचते । एष धार्मिकोत्सवः अस्ति अस्मिन् उत्सवे बालाः युवारू च नवनवानि वस्त्राणि धारयन्ति स्फोटकानां स्फोटनं च भवति सर्वे हर्षपूर्णाः भवन्ति दीपावलीदिने लक्ष्मीपूजनं भवति व्यापारिणः


नवानि व्यापारपुस्तकानि आरभन्ते । जनाः स्वमित्रैः स्वजनैः च सम्मिलन्ति अभिवादयन्ति च । सर्वे अस्मिन् पर्वणि प्रसन्नाः दीपावलिः पावनताया, उल्लासस्य च प्रतीकमास्तिक्था दीपकरू अंधकारं नाशयति तथैव बयमपि अज्ञानस्य, भेदभावस्य, घणायाः च अन्धकार नाश्याम । अयं अस्य पर्वस्य संदेशः अस्ति।


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दीपावली पर 10 लाइन - 


1.दिवाली या दीपावली एक भारतीय धार्मिक त्योहार है।


2.यह बुराई पर अच्छाई की जीत है।


3.लोग अलग-अलग कारणों और अवसरों के लिए दुनिया भर में दिवाली मनाते हैं।


4.दीया मोमबत्तियां जलाने और पटाखे फोड़ना दिवाली समारोह का एक हिस्सा है।


5.दिवाली आमतौर पर पांच दिवसीय त्यौहार है और इस समय के दौरान भारत में हर साल सोने और नए कपड़ों की बिक्री आसमान छूती है।


6.हिंदू पंचांग के अनुसार दिवाली कार्तिक मास के 15 दिन मनाई जाती है।


7.अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार यह आमतौर पर अक्टूबर या नवंबर के महीने में मनाया जाता है।


8.आमतौर पर स्कूलों कॉलेजों और सरकारी कार्यालयों में दीपावली उत्सव के एक भाग के रूप में तीन से चार दिनों की छुट्टियां की घोषणा की जाती है।


9.देशभर के परिवार और दोस्त इस अवसर पर एक साथ आते हैं और मिलकर इस त्योहार को मनाते हैं।


10. शाम के समय लक्ष्मी और गणेश की पूजा की जाती है और फिर बच्चे पटाखे चलाते हैं।


" दिवाली प्यारी आती है, दिवाली न्यारी आती हैं।

घरों का मैल हटाने को , सफेदी से पुरतवाने को,

पुराना नया बनाने को , उनको सदा सजाने को उनको सदा सजाने को। "


"जलाओ दिए पर रहे ध्यान इतना ,

अंधेरा धरा पर कहीं रह ना जाए।"



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दीपावली को संस्कृत में क्या कहते हैं?

उत्तर - दीपावलि: = दीप + अवलिः (दीपको की पंक्तियां, पंक्ति में रखे हुए दीपक) शरद ऋतु में हर वर्ष मनाया जाने वाला यह प्राचीनतम सनातन त्यौहार है। यह कार्तिक मास की अमावस्या को मनाया जाता है और भारत के सबसे बड़े और सर्वाधिक महत्वपूर्ण त्योहारों में से एक है।


दिवाली का त्यौहार क्या भारत देश में ही मनाया जाता है?


उत्तर - नहीं दिवाली के त्यौहार को भारत देश के साथ अन्य देशों में अलग-अलग रूप में मनाया जाता है। विभिन्न देशों में यह त्यौहार अलग-अलग रूप में मनाया जाता है।


दीपावली के त्यौहार को प्रत्येक वर्ष कब मनाया जाता है?


उत्तर - कार्तिक मास के अक्टूबर या नवंबर माह दीपावली के पर्व को मनाया जाता है।


सरल शब्दों में दीपावली क्या है?


उत्तर - दिवाली जैसे दीपावली भी कहा जाता है हिंदू धर्म जैन धर्म और सिख धर्म के प्रमुख धार्मिक त्योहारों में से एक है यह नाम संस्कृत में दीपावली से लिया गया है जिसका अर्थ है रोशनी की पंक्ति सेवाराम तौर पर अंधेरे पर प्रकाश की जीत का प्रतीक है।


दीपावली का त्यौहार क्यों मनाया जाता है?


उत्तर - दीपावली का त्यौहार असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक है अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है। इस दिन सभी लोग बड़े आनंद के साथ एक-दूसरे को मिठाई खिलाते हैं और फिर बाद में बच्चे पटाखे जलाते हैं। दिवाली का त्यौहार प्रत्येक वर्ष कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है।


दीपावली का पर्यायवाची शब्द क्या है?


उत्तर - दीपावली के पर्यायवाची शब्द - दिवाली, प्रकाश उत्सव, आनंद उत्सव आदि हैं।


दिवाली की शुरुआत कब से हुई?


उत्तर - अगले दिन से विक्रम संवत की शुरुआत हुई- ढाई हजार साल पहले पावा नगरी में भगवान महावीर ने इसे दिन निर्वाण प्राप्त किया था । 1619 में सिखों के छठे गुरु हरगोविंद सिंह दीपावली के दिन ही 15 साल की कैद से मुक्त हुए थे। मन के स्वागत पर दीप जलाए गए थे।


दीपावली में कितने दिए जलाए जाते हैं?


उत्तर - हिंदू मान्यताओं के अनुसार दिवाली के दौरान अलग-अलग जगहों पर कुल 13 दिए जलाए जाते हैं।


दीपावली के दूसरे दिन को क्या कहते हैं?


उत्तर - दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा और अन्य कूट दोनों नहीं हो रहे, उस दिन ग्रहण लग रहा है।


दिवाली के पहले क्या आता है?


उत्तर - पांच दिवसीय दीपोत्सव की शुरुआत धनतेरस के साथ होगी। इस दिन मां लक्ष्मी का आगमन होता है वैसे तो दीपोत्सव का खास महत्व होता है लेकिन शरद पूर्णिमा से लेकर दिवाली के 15 दिन बेहद खास होते हैं


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